आज हम तेरे लिए मुस्कुरा के देखेंगे
अश्कतर आँखों में हंसी ला के देखेंगे
जमाना बेवफा जब तुमको नाम देगा
तब हम तुम्हे अपना बना के देखेंगे
बन के काफ़िर यहाँ जन्नत के मजे लूटे
मौत के दिन सर को झुका के देखेंगे
बेजुबा गम होंगे तेरे भी सीने में
बन के धडकन दिल में समा के देखेंगे
हमें मुहब्बत है तेरे हंसी तेरे शिकवो से
तू गम ही भेज दिल से लगा के देखेंगे l
जन्म और मौत का ये फलसफा
बीच से जिंदगी को हटा के देखेंगे
जहाँ न मजहब न कोई सरहद होगी
एक दुनिया ऐसी बना के देखेंगे