जहां डूबे थे हम बात करते हुए अश्को के दरमियाँ,
वो फिजा, हर लम्हा, यादो का समंदर याद आता है
बिछड़ते वक्त तुमनें जो देखा था अश्क तर आँखों से
वो बेबसी और बंदिशों का सारा मंजर याद आता है
भरी आँखों से देख कर जो किया था रुखसत तूने
मेरी बेबसी और तेरी बंदिशों का मंजर याद आता है